मोदीनगर (योगेश गौड़)। राष्ट्रीय परशुराम परिषद के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भारत रत्न महामना पं मदन मोहन मालवीय जी की 158 वी जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई।
इस मौके पर संस्था के नगर अध्यक्ष राकेश शर्मा के ग्राम बेगमाबाद स्थित आवास पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए संस्था के जिला अध्यक्ष बॉबी पंडित ने कहा कि 25 दिसंबर 1861 को जन्मे मालवीय जी देश के प्रथम तथा अंतिम वो व्यक्ति हैं जिन्हें भारत सरकार द्वारा महामना तथा भारत रत्न जैसी सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया गया था। संस्था के उप जिलाध्यक्ष एवं पूर्व सभासद नगर पालिका परिषद मोदीनगर दीपक वक्त ने कहा कि मालवीय जी सत्य, ब्रह्मचर्य, व्यायाम, देशभक्ति तथा आत्मत्याग में अद्वितीय थे। इन समस्त आचरणों पर वे केवल उपदेश ही नहीं दिया करते थे अपितु स्वयं उनका पालन भी किया करते थे। हमें भी उन्हीं के बताए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। शर्मा ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय जी द्वारा स्थापित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में स्थापित किए गए 1 मील के पत्थर के समान है उन्होंने कहा कि शिक्षार्थियों के लिए शिक्षा का यह मंदिर कितनी अहमियत रखता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर देश के विभिन्न स्थानों से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी शिक्षार्थी शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते हैं। कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने पं मदन मोहन मालवीय के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रदेश महासचिव गजेंद्र शर्मा के अलावा प्रदीप शर्मा, मीडिया प्रभारी सचिन शर्मा, संरक्षक गजेन्द्र कौशिक, नितिन शर्मा, विक्की पंडित, सनी पंडित, गौरव शर्मा, तुषार शर्मा, विशाल शर्मा, दीपक शर्मा, अंकित वत्स आदि शामिल थे।
158 वी जयंती पर किया भारत रत्न महामना पं मदन मोहन मालवीय को नमन