हनुमान जी के बल के कारण ही भगवान श्री राम स्वयं सुनने आते हैं उनकी कथा
मुरादनगर योगेश गॉड विजय धर्मशाला विजय मण्डी में हनुमत कथा का शुभारंभ किया गया मंगलवार से शुरू हुई कथा से पूर्व संकीर्तनके साथकस्बे में हनुमत पताका यात्रानिकाली गयीहनुमत पताका यात्रा शिव मन्दिर से प्रारम्भ होकर विभिन्न मार्गो से होते हुए विजय धर्मशाला पर समाप्त हुई यात्रा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए ।हनुमत कथा के प्रथम दिवस प्रसिद्ध कथा व्यास अरविन्द भाई ओझा ने हनुमत कथाकी महिमा के विषय में उपस्थित श्रद्धालुओं को अवगत कराते हुए हुए कहा कि हनुमान जी की कृपा से भक्ति शक्ति सम्पत्ति और भगवान सब प्राप्त हो जाते हैं।
कथा व्यास अरविन्दभाईओझा ने कथा में बोलते हुए कहा भगवान की कीर्ति की पताका प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर पर लगानी चाहिए ।उन्होंने कहा कि भगवान की कीर्ति की पताका को फहराने वाले हाथश्रीहनुमानजी जैसे मजबूत होने चाहिए । कथा व्यास अरविंद भाई ओझा ने श्रद्धालुओं को बताया कि
श्रीहनुमान जी की भक्ति करने वाले को संसार के सुख और भगवान की भक्ति दोनों प्राप्त होती है ओझा ने कहा कि हर व्यक्ति को अपनेजीवन में भावना को जागृत करनी चाहिएक्योंकि मनुष्य के जीवन में भावना से मानवता उत्पन्न होती है उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य के मन में भावना समाप्त हो जाती है तो वह एक तरह से दैत्य का रूप धारण कर लेता |
अरविंद भाई ओझा ने श्री हनुमान जी की महिमा के विषय में उपस्थित श्रद्धालुओं को बताते हुए कहा की हनुमान जी के जीवन के तप के कारण उनकी कथा अमृत कथा हो गयी यह हनुमान जी के तब और भावना का ही बल था कि भगवन श्री राम स्वयं हनुमान जी की कथा को सुनते है |
हर व्यक्ति में सुमुति व कुमुति यानी अच्छाई एवं बुराई दोनों होती है परअपने जीवन जीवन में अच्छाई को महत्व देना है अथवा बुराई के रास्ते पर चलना है यह मनुष्य पर स्वयं वउसके विवेक पर निर्भर करता है | ओझा जी ने कहा कि हनुमान जी की भक्ति करने से हमारा विवेक जाग्रत होता है जीवन में अच्छाईयां का उदय होने लगता है |कथा व्यास अरविंद भाई ओझा ने पंच देवों की महत्वता को बताते हुए कहा कि घरों में पंचदेवो का पूजन करने के साथ-साथ जीवन में पंचतत्वो ,आकाश ,जल ,अग्नि व वायु शुद्ध रखने का प्रयास करना चाहिए तभी हम सच्चे रूप में पंचदेवो की पूजा करेंगे | कथा में मुख्य रूप से सुशील गोयल महेंद्र गुप्ता अमरीश गोयल राकेश सिंघल उपस्थित रहे।